पसीना निकलने से वजन घटता है या नहीं?

पसीना निकलने से वजन घटता है या नहीं?

सेहतराग टीम

टीवी पर ऐसे विज्ञापनों की भरमार होती है जिसमें किसी मोटे-थुलथुले वजन के व्‍यक्ति को पसीने से लथपथ दिखाया जाता है और उसके बाद उसे विज्ञापन वाले उत्‍पाद पर व्‍यायाम करके अपने शरीर को सुडौल बनाते दिखाया जाता है। जाहिर सी बात है कि शरीर का सुडौल बनाना उतना भी आसान नहीं है जितना वो विज्ञापन दिखाते हैं मगर यहां हमारी चर्चा का विषय वो विज्ञापन या उनका उत्‍पाद नहीं बल्कि ये है कि क्‍या पसीना निकलने से वजन कम होता है?

आमतौर पर देखा गया है कि सर्दियों के मौसम में हमारा वजन बढ़ जाता है जबकि गर्मियों की शुरुआत होने के बाद वजन में कुछ कमी आ जाती है। अगर आप जिम जा रहे हैं तो आपके ट्रेनर भी आपको यही सलाह देते हैं कि वजन कम करने के लिए यही सही समय है। इससे लोग सहज अंदाजा लगा बैठते हैं कि गर्मियों में पसीना निकलने के कारण ऐसा होता है। क्‍या सच में ऐसा होता है?

जी नहीं, क्‍योंकि अगर ऐसा होता तो सर्दियों में तो वजन कभी कम ही नहीं होना चाहिए क्‍योंकि उस मौसम में तो पसीने की चंद बूंदे निकालने के लिए बहुत मेहनत करनी होती है। दरअसल ये एक मिथ है कि पसीना निकलने से वजन कम होता है।  

असलियत क्‍या है? 
सरल शब्‍दों में कहें तो किसी भी इंसान के शरीर को चलाने के लिए ऊर्जा की जरूरत पड़ती है। ये ऊर्जा हमें भोजन के रूप में मिलती है। जब ये भोजन शरीर की जरूरत से अधिक होता है तो ये चर्बी या फैट के रूप में शरीर के अलग-अलग हिस्‍सों में जमा हो जाता है और हमारा वजन बढ़ जाता है। जब भी शरीर को बाहर से पर्याप्‍त ऊर्जा नहीं मिलती यानी पर्याप्‍त भोजन नहीं मिलता तो शरीर इस चर्बी को पिघला कर अपनी जरूरत पूरी करने लगता है और चर्बी पिघलने से वजन कम हो जाता है। शरीर की ऊर्जा की जरूरत कई वजहों से बदलती रहती है। उदाहरण के लिए यदि हम लगातार बैठे या लेटे रहें तो शरीर को ज्‍यादा ऊर्जा की जरूरत नहीं पड़ती मगर ऐसा व्‍यक्ति यदि अचानक से अपनी शारीरिक गतिविधियां बढ़ा दे, नियमित रूप से व्‍यायाम करने लगे, पैदल चलने लगे मगर अपना भोजन का इनटेक न बढ़ाए तो उसकी चर्बी तेजी से कम हो जाएगी। इसका पसीने से कोई लेना-देना नहीं है।

फ‍िर पसीने का तर्क क्‍यों?

दरअसल पसीने का सीधा संबंध शरीर के तापमान से है। जब भी शरीर के बाहरी हिस्‍से तापमान बहुत अधिक होने लगता है तो शरीर उसे नियंत्रित करने के लिए पसीना छोड़ता है। गर्मियों में बाहर का तापमान ही इतना ज्यादा होता है कि शरीर को ठंडा रखने के लिए पसीना आता है। वहीं, सर्दियों में जब आप वर्कआउट करते हैं तो शरीर से गर्मी कम करने के लिए पसीना आता है। 

क्या गर्मियों में वजन बढ़ सकता है? 
जरूर। वजन बढ़ना मौसम पर नहीं बल्कि आपके खानपान पर निर्भर करता है। जब आपके खाने में कैलरी की मात्रा ज्यादा होती है तो वह फैट के रूप में जमा हो जाता है और मोटापा बढ़ता है। जब शरीर में कैलरी कम होती है तो शरीर में जमा फैट ऐनर्जी बनकर निकल जाते हैं और इससे वजन कम होता है। 

(नवभारत टाइम्‍स से इनपुट के साथ)

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